---Advertisement---

Adrak khane ke fayde in hindi: जानिए इन 10 बीमारियों के लिए हैं अदरक रामबाण

By Kartik Saini

Updated on:

Follow Us
Adrak
---Advertisement---

Adrak दुनिया में सबसे अधिक उगाए जाने वाले मसालों में से एक है और इसे दुनिया का सबसे उपयोगी औषधीय पदार्थ माना जाता है। इस अद्भुत मसाले के औषधीय लाभों पर 100 से अधिक बीमारियों के लिए कई अध्ययन किए गए हैं। पारंपरिक हर्बल औषधियों में इसका उपयोग आधे से अधिक मामलों में होता है। आइए इसके गुणों के बारे में विस्तार से जानते हैं:

Adrak

Adrak का प्राचीन उपयोग
भारत और चीन में Adrak का उपयोग एक मसाले और औषधि के रूप में प्राचीन काल से होता आ रहा है। इन दोनों देशों के प्रारंभिक चिकित्सा ग्रंथों में ताजे और सूखे Adrak के औषधीय उपयोग का विस्तृत वर्णन मिलता है।

चौथी शताब्दी ईसा पूर्व के चीनी लेखों में अदरक को पेट की समस्याओं, उल्टी, दस्त, हैजा, दांत के दर्द, रक्तस्राव और गठिया के इलाज के लिए एक दवा के रूप में दर्शाया गया है। चीन के जड़ी-बूटी विशेषज्ञ इस जड़ी-बूटी का उपयोग सर्दी के इलाज में करते थे।

Adrak

पांचवीं सदी में चीनी नाविक समुद्री यात्रा के दौरान स्कर्वी से बचने के लिए Adrak में पाए जाने वाले विटामिन सी का उपयोग करते थे। भारत के आयुर्वेदिक ग्रंथों में Adrak को महत्वपूर्ण जड़ी-बूटियों में से एक माना गया है। इसे औषधियों का खजाना कहा गया है। आयुर्वेदिक चिकित्सक इसे एक प्रभावी पाचक के रूप में लेने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह पाचन अग्नि को सक्रिय करता है और भूख को बढ़ाता है। इसके पोषक तत्व शरीर के हर हिस्से में आसानी से पहुंचते हैं। आयुर्वेद में अदरक का उपयोग जोड़ों के दर्द, मतली और गति से संबंधित समस्याओं के इलाज में भी किया जाता है।

आइए अदरक के फायदों पर ध्यान दें:

Table of Contents

1. अदरक कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने में सक्षम है

हाल के शोधों में Adrak को विभिन्न प्रकार के कैंसर के लिए एक प्रभावी औषधि के रूप में देखा जा रहा है और इसके कुछ सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। मिशिगन यूनिवर्सिटी कांप्रिहेंसिव कैंसर सेंटर के एक अध्ययन में यह पाया गया कि Adrak ने ओवरी कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने के साथ-साथ उन्हें कीमोथैरेपी के प्रति प्रतिरोधी बनने से भी रोका, जो ओवरी कैंसर में एक सामान्य समस्या है।

इस अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने ओवरी कैंसर कोशिकाओं पर Adrak पाउडर और पानी का मिश्रण लगाया। हर परीक्षण में यह देखा गया कि Adrak के संपर्क में आने पर कैंसर की कोशिकाएं खत्म हो गईं। हर कोशिका ने या तो आत्म-नाश किया, जिसे एपोप्टोसिस कहा जाता है, या उन्होंने एक-दूसरे पर हमला किया, जिसे ऑटोफेगी कहा जाता है। Adrak को स्तन कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और कोलोन कैंसर के उपचार में भी उपयोगी माना गया है।

Adrak

जर्नल ऑफ बायोमेडिसिन एंड बायोटेक्नोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में यह पाया गया कि Adrak के पौधे के रसायनों ने स्वस्थ स्तन कोशिकाओं को प्रभावित किए बिना स्तन कैंसर की कोशिकाओं के फैलाव को रोक दिया। यह विशेषता बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि पारंपरिक उपचारों में ऐसा नहीं होता। हालांकि कई ट्यूमर कीमोथेरपी से ठीक हो जाते हैं, लेकिन स्तन कैंसर कोशिकाओं को खत्म करना अधिक कठिन होता है। ये कोशिकाएं अक्सर बच जाती हैं और उपचार के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर लेती हैं।

Adrak के अन्य लाभों में यह शामिल है कि इसे कैप्सूल के रूप में लेना आसान है, इसके दुष्प्रभाव बहुत कम होते हैं और यह पारंपरिक दवाओं का सस्ता विकल्प है। आधुनिक विज्ञान यह भी साबित करता है कि Adrak कोलोन में सूजन को कम कर सकता है, जिससे कोलोन कैंसर को रोकने में मदद मिलती है।

मिशिगन यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 30 मरीजों को 28 दिनों तक दो ग्राम Adrak की जड़ का सप्लीमेंट या प्लेसबो दिया। 28 दिनों के बाद, उन्होंने देखा कि Adrak का सेवन करने वाले मरीजों में कोलोन की सूजन के लक्षणों में काफी कमी आई। इससे यह संकेत मिलता है कि Adrak कोलोन कैंसर के जोखिम वाले लोगों के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपाय हो सकता है।

Adrak के तत्वों पर कई अन्य कैंसर, जैसे गुदा कैंसर, लिवर कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, मेलानोमा और पैंक्रियाज के कैंसर को रोकने के लिए भी अध्ययन किए गए हैं। यह जानकर दिलचस्प लगता है कि एक कैंसर रोधी दवा, बीटा-एलिमेन, Adrak से बनाई जाती है।

Jeera Water benefits: इस तरह करे सेवन, मिलेगा इन 10 बिमारियों से लाभ

Methi Dana Benefits: जाने मेथी दाना के 12 अचूक फायदे मिलता हैं इन बीमारियों से आराम

2. अदरक रक्त शर्करा को नियंत्रित रखने में कारागार

मधुमेह के संदर्भ में किए गए अध्ययनों में Adrak को बचाव और उपचार दोनों में प्रभावी माना गया है। सिडनी विश्वविद्यालय, ऑस्ट्रेलिया में एक शोध में Adrak को टाइप 2 मधुमेह के मरीजों के लिए लाभकारी पाया गया। Adrak के तत्व इंसुलिन के बिना ग्लूकोज को कोशिकाओं तक पहुंचाने में मदद कर सकते हैं, जिससे उच्च रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने में सहायता मिलती है।

Adrak

अध्ययनों से यह भी पता चला है कि Adrak मधुमेह से होने वाली जटिलताओं से बचाव करती है। यह लिवर, किडनी और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को सुरक्षित रख सकती है और इस बीमारी के सामान्य दुष्प्रभाव, जैसे मोतियाबिंद, के खतरे को भी कम कर सकती है।

3. अदरक हृदय के लिए लाभकारी

Adrak का उपयोग वर्षों से हृदय रोगों के इलाज में किया जाता रहा है। चीनी चिकित्सा में इसे हृदय को मजबूत करने वाला माना जाता है। हृदय रोगों से बचने और उनका इलाज करने के लिए अक्सर Adrak के तेल का इस्तेमाल किया जाता था।

Adrak

हाल के शोध बताते हैं कि Adrak के तत्व कोलेस्ट्रॉल को घटाने, रक्तचाप को नियंत्रित करने, रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने और अवरुद्ध धमनियों तथा रक्त के थक्कों से सुरक्षा करने में मदद करते हैं। ये सभी बातें हृदयाघात और स्ट्रोक के खतरे को कम करती हैं।

4. पेट के लिए लाभकारी

Adrak का उपयोग हजारों सालों से प्राचीन सभ्यताओं द्वारा पाचन में सुधार के लिए किया जाता रहा है। इसके तत्व पेट की गैस को कम करके पेट फूलने और वायु की समस्या से राहत देते हैं। Adrak मांसपेशियों को आराम देकर पेट में मरोड़ को भी ठीक करता है।

Adrak

भोजन से पहले नमक के साथ Adrak के टुकड़े खाने से लार बढ़ता है, जो पाचन में सहायक होता है और पेट की समस्याओं से बचाता है। भारी भोजन के बाद Adrak की चाय पीने से भी पेट फूलने और वायु की समस्या में कमी आती है। यदि आपको पेट की समस्याएं अधिक परेशान कर रही हैं, तो फूड प्वायजनिंग के लक्षणों को कम करने के लिए भी अदरक का सेवन कर सकते हैं।

स्थायी अपच (डिस्पेप्सिया), बच्चों में पेट दर्द और बैक्टीरिया जनित दस्त के इलाज के लिए अक्सर Adrak लेने की सलाह दी जाती है।

5. मोशन सिकनेस को करता हैं कम

Adrak विभिन्न प्रकार की मतली और उल्टी को ठीक करने में बहुत फायदेमंद है। गर्भवती महिलाओं में मॉर्निंग सिकनेस, यात्रा करने वाले लोगों में मोशन सिकनेस और कीमोथैरेपी के मरीजों में मितली की समस्या में यह सहारा देती है। कीमोथैरेपी के दौरान उल्टी रोकने वाली दवाएं लेने के बावजूद 70 प्रतिशत मरीजों को मितली का सामना करना पड़ता है।

Adrak

हाल ही में वयस्क कैंसर रोगियों पर किए गए एक अध्ययन में यह पाया गया कि कीमो से पहले रोजाना आधा से एक ग्राम Adrak देने पर 91 प्रतिशत मरीजों में मितली की गंभीरता काफी कम हो गई। Adrak चक्कर आने के साथ होने वाली मितली को भी कम करने में सहायक है। इस पर किए गए शोध से पता चलता है कि अदरक के रासायनिक तत्व मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र पर काम करते हैं, जिससे उबकाई का प्रभाव घटता है।

6. अदरक जोड़ो के दर्द के लिए लाभकारी

Adrak में जिंजरोल नामक एक प्रभावी तत्व होता है, जो जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद करता है। एक शोध के अनुसार, Adrak गंभीर और लंबे समय तक रहने वाले सूजन संबंधी बीमारियों के लिए एक प्रभावी इलाज है। कई अन्य वैज्ञानिक अध्ययन भी Adrak के जोड़ों के दर्द पर प्रभाव को साबित करते हैं। गठिया के प्रारंभिक चरणों में यह विशेष रूप से लाभकारी होता है।

Adrak

ऑस्टियोआर्थराइटिस से ग्रसित कई मरीजों ने नियमित अदरक के सेवन से दर्द में कमी और बेहतर गतिशीलता का अनुभव किया है। हांग कांग में एक अध्ययन से यह भी पता चला है कि अदरक और संतरे के तेल से मालिश करने पर घुटने की समस्याओं वाले मरीजों को थोड़ी देर के लिए राहत मिलती है। अदरक कसरत के बाद होने वाली सूजन और मांसपेशियों के दर्द को भी कम कर सकती है। जॉर्जिया यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने 11 दिनों तक 34 और 40 वाटंलिय का परीक्षण किया।

7. अदरक माइग्रेन और मासिक धर्म की पीड़ा को करता है कम

शोध से यह सामने आया है कि Adrak माइग्रेन के दर्द में राहत प्रदान कर सकता है। ईरान में हुए एक अध्ययन में, जो फाइटोथैरेपी रिसर्च जर्नल में प्रकाशित हुआ, यह पाया गया कि Adrak पाउडर माइग्रेन के लक्षणों के इलाज में सुमाट्रिप्टन के समान प्रभावी है।

क्लीनिकल ट्रायल में 100 माइग्रेन पीड़ितों को शामिल किया गया, जिनमें से कुछ को सुमाट्रिप्टन दिया गया और बाकी को अदरक पाउडर। परिणामों से पता चला कि दोनों का प्रभाव समान था, लेकिन Adrak पाउडर के दुष्प्रभाव सुमाट्रिप्टन की तुलना में काफी कम थे। यह दर्शाता है कि Adrak माइग्रेन का एक सुरक्षित उपचार हो सकता है।

जब माइग्रेन का दौरा शुरू होता है, तो Adrak की चाय पीने से प्रोस्टेग्लैंडिन का स्तर कम होता है, जिससे असहनीय दर्द में राहत मिलती है। इससे माइग्रेन से जुड़ी उल्टी और चक्कर आने की समस्याएं भी कम होती हैं।

Adrak

अदरक डिस्मेनोरिया (दर्दनाक मासिक धर्म) के दर्द को कम करने में मददगार है। ईरान में एक अध्ययन में 70 महिला विद्यार्थियों को दो समूहों में बांटा गया। एक समूह को Adrak के कैप्सूल दिए गए और दूसरे को प्लेसबो। दोनों को उनके मासिक चक्र के पहले तीन दिनों तक ये दिए गए।

शोधकर्ताओं ने देखा कि अदरक के कैप्सूल लेने वाली 82.85 फीसदी महिलाओं ने दर्द में सुधार बताया, जबकि प्लेसबो से केवल 47.05 फीसदी महिलाओं को राहत मिली। कई संस्कृतियों में जलन के इलाज के लिए त्वचा पर ताजे अदरक का रस लगाने की परंपरा है, और Adrak का तेल जोड़ों और पीठ के दर्द में भी प्रभावी पाया गया है।

8. अदरक श्वसन और दमा रोगों के लिए लाभदायक

श्वसन संबंधी समस्याओं के इलाज में अदरक के गुणों के अच्छे परिणाम सामने आए हैं। अनुसंधान से यह स्पष्ट हुआ है कि दमा के मरीजों के इलाज में इसका उपयोग प्रभावी रहा है। दमा एक दीर्घकालिक बीमारी है, जिसमें फेफड़ों की ऑक्सीजन नलिकाओं में सूजन आ जाती है, जिससे वे विभिन्न तत्वों के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं और दौरे पड़ने लगते हैं। हाल ही में एक अध्ययन में यह पाया गया है कि Adrak दमा के इलाज में दो तरीकों से मददगार होता है। पहला, यह उन एंजाइमों को रोकता है जो हवा के मार्ग की मांसपेशियों को संकुचित करते हैं, और दूसरा, यह उन एंजाइमों को सक्रिय करता है जो हवा के मार्ग को आराम देते हैं।

Adrak

अदरक अपने मजबूत एंटीऑक्सीडेंट, सूजन कम करने वाले और दर्द से राहत देने वाले गुणों के कारण प्रभावी होती है। इसके फायदे नॉन स्टेरायडल एंटी इंफ्लामेटरी दवाओं के समान होते हैं, लेकिन इसके कोई हानिकारक प्रभाव नहीं होते। वहीं, दमा के इलाज में उपयोग होने वाली दवाओं के कुछ गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं। इसलिए Adrak जैसे सुरक्षित और वैकल्पिक उपचार का होना इस बीमारी के इलाज में एक अच्छी खोज है।

9. अदरक और शहद- सर्दी जुकाम में फायदेमंद

अदरक हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है, जिससे यह सर्दी, खांसी और फ्लू के लिए एक प्रसिद्ध उपचार है। यह ऊपरी श्वसन पथ के संक्रमण में राहत देने में मदद करता है, जिससे खांसी, गले में खराश और ब्रोंकाइटिस में भी इसका प्रभावी उपयोग होता है।

सर्दी के दौरान Adrak शरीर के सूक्ष्म संचरण माध्यमों को साफ करता है, खासकर दुखदायी साइनस को। सर्दी-खांसी और फ्लू के समय नींबू और शहद के साथ Adrak की चाय पीना एक लोकप्रिय उपाय है, जो कई पीढ़ियों से प्रचलित है।

Adrak

Adrak में गर्मी देने वाले गुण होते हैं, इसलिए यह सर्दियों में शरीर को गर्म रखता है और यह सेहत के लिए फायदेमंद पसीने को भी बढ़ावा देता है। यह पसीना शरीर को विषमुक्त करने में मदद करता है और सर्दी-जुकाम के लक्षणों को कम करने में सहायक होता है, साथ ही बैक्टीरियल और फंगल संक्रमणों से भी लड़ने में मदद करता है।

Adrak में ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर आसानी से अवशोषित कर लेता है, इसलिए इसके लाभ उठाने के लिए आपको इसे अधिक मात्रा में उपयोग करने की आवश्यकता नहीं है।

10. शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट गुण

Adrak

दुनिया भर में कई शोधों से यह पता चला है कि Adrak में मजबूत एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो लिपिड पेरोक्सिडेशन और डीएनए को होने वाले नुकसान को रोकते हैं। एंटीऑक्सीडेंट बहुत जरूरी होते हैं क्योंकि ये फ्री रेडिकल्स से सुरक्षा प्रदान करते हैं। इससे उम्र के साथ होने वाली कई बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, आर्थराइटिस, अल्जाइमर्स आदि से बचने में मदद मिलती है। सभी मसालों में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, लेकिन Adrak इनमें सबसे प्रभावी है। इसमें 25 अलग-अलग एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो इसे शरीर के विभिन्न हिस्सों में फ्री रेडिकल्स से लड़ने में सक्षम बनाते हैं।

  1. ठण्ड से बचाता हैं|
  2. पाचन में सुधार|
  3. रक्त साफ करने में मददगार|

FAQs

अदरक किस बीमारी का इलाज कर सकता है?

2017 के एक अध्ययन में 4,628 लोगों पर शोध किया गया। इसमें पाया गया कि रोजाना Adrak खाने से कोरोनरी हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हाइपरलिपिडिमिया, सेरेब्रोवास्कुलर रोग और फैटी लीवर रोग जैसी पुरानी बीमारियों से बचा जा सकता है। लेखकों ने यह निष्कर्ष निकाला कि Adrak में निवारक चिकित्सा की क्षमता हो सकती है।

कच्चा अदरक खाने के फायदे क्या हैं?

खाली पेट कच्चा अदरक खाने से पाचन में सुधार, सूजन कम करने और चयापचय को बढ़ाने जैसे कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं। अदरक को अपनी दिनचर्या में शामिल करके, आप इसके फायदेमंद गुणों का उपयोग कर सकते हैं और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

अदरक का अधिक सेवन करने से क्या असर होता है?

अधिक अदरक खाने से आपको पेट में दर्द, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, पेट में जलन और दस्त भी हो सकते हैं। गर्मियों में पाचन से जुड़ी दिक्कतें आम होती हैं, इसलिए अदरक का सेवन सीमित मात्रा में करना बेहतर है।

अदरक कब नहीं खाना चाहिए?

अगर आपको रक्तस्राव से जुड़ी कोई समस्या है या आप एस्पिरिन जैसी रक्त पतला करने वाली दवाएँ ले रहे हैं, तो अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए। अदरक में रक्त को पतला करने वाले तत्व होते हैं, जिससे रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है।

एक दिन में कितना अदरक खाना चाहिए?

एक दिन में आपको 25 ग्राम अदरक खाना चाहिए। अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो इससे ज्यादा अदरक न खाएं।

अदरक में कौन सा विटामिन पाया जाता है?

एक चम्मच कच्चे अदरक में 0.1 मिलीग्राम विटामिन सी होता है। इसके अलावा, इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और अन्य खनिज भी थोड़ी मात्रा में होते हैं।

खाली पेट अदरक खाने से क्या असर होता है?

अदरक गर्म होती है। सुबह खाली पेट इसे खाने से पेट में जलन हो सकती है। इसके साथ ही, दस्त, गैस और उल्टी का खतरा भी बढ़ जाता है।

क्या अदरक से गैस होती है?

कुछ लोगों का मानना है कि अदरक से पेट में दर्द, गैस और सीने में जलन हो सकती है, खासकर जब इसे ज्यादा खाया जाए। अदरक की अधिक मात्रा रक्त को पतला करने वाली दवाओं के साथ भी मिलकर असर कर सकती है।

अदरक से क्या बीपी बढ़ता है?

भोजन और चाय में अदरक का उपयोग करने से उच्च रक्तचाप को कम करने में सहायता मिलती है। इसमें पाया जाने वाला एलीसीन तत्व उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करता है।

रात में अदरक पीने के फायदे क्या हैं?

नींद में मददगार: विशेषज्ञों का कहना है कि अदरक और दालचीनी में ऐसे गुण होते हैं जो तनाव और चिंता को कम करते हैं, जिससे नींद बेहतर होती है। पाचन में सुधार: अदरक में जिंजरोल नामक एक तत्व होता है, जो भोजन को पाचन तंत्र में तेजी से आगे बढ़ाने में मदद करता है।

क्या अदरक भूख को बढ़ाता है?

कुछ अध्ययनों से पता चला है कि अदरक का सेवन कैलोरी जलाने में मदद कर सकता है और भूख को कम कर सकता है। यह अधिक वजन वाले वयस्कों में वजन घटाने से भी जुड़ा हुआ है। इसके अलावा, अदरक कोलेस्ट्रॉल, रक्त शर्करा, रक्तचाप, सूजन के प्रोटीन और यकृत स्वास्थ्य में सुधार करने में भी सहायक हो सकता है।

क्या अदरक बवासीर को बढ़ाता है?

बवासीर के रोगियों को अदरक नहीं खाना चाहिए। अदरक गर्म होता है, जिससे समस्या और बढ़ सकती है।

सुबह अदरक खाना सही है या रात में?

आप अपनी सुबह की चाय या नाश्ते में अदरक शामिल कर सकते हैं। यह सुपरफूड कई स्वास्थ्य लाभ देता है, जैसे कि अतिरिक्त विटामिन सी, आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद और आपकी सुबह को खास बनाने में।

अदरक की तासीर कैसी होती है?

अदरक गर्म तासीर वाला होता है, इसलिए इसे खाने से ठंड का एहसास कम होता है

अदरक के क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं?

अदरक का सेवन करना आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है। लेकिन इससे सीने में जलन, दस्त, डकार और पेट में हल्की समस्याएं हो सकती हैं। यदि आप प्रतिदिन 5 ग्राम से ज्यादा अदरक लेते हैं, तो दुष्प्रभावों का खतरा बढ़ सकता है।

क्या अदरक खून को गाढ़ा करती है?

अदरक का सेवन करने से खून पतला होता है। इसमें सैलिसिलेट्स होते हैं, जो खून के थक्के बनने की समस्या को कम करते हैं। अदरक में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जिससे सूजन घटती है और रक्त संचार बेहतर होता है।

अदरक के प्रमुख रोग कौन से हैं?

अदरक की खेती में मुख्य रोगों में प्रकन्द सड़न, जीवाणुजी म्लानि, पीत रोग, पर्ण चित्ती, और भण्डारण सड़न शामिल हैं। इसके अलावा, कूरमुला कीट और अदरक की मक्खी भी आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं। इस नुकसान से बचने के लिए किसान कई तरह के रसायनों का उपयोग करते हैं, लेकिन उन्हें अपेक्षित लाभ नहीं मिल रहा है।

क्या अदरक से पीरियड्स तुरंत रुक सकते हैं?

अध्ययनों से यह भी सामने आया है कि मासिक धर्म को तुरंत रोकने के लिए अदरक एक घरेलू उपाय है, जो रक्त प्रवाह को कम करने में मदद करता है। आप अदरक के टुकड़े या पेस्ट को करी में डाल सकते हैं, या फिर भारी प्रवाह के समय आराम पाने के लिए अदरक की चाय पी सकते हैं।

अदरक में सबसे अधिक क्या होता है?

अदरक में ‘जिंजरोल’ नाम का एक तत्व होता है, जो पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद करता है। इसे खाने से गैस, एसिडिटी, पेट में फूलने या ब्लोटिंग, और तेज़ाब बनने जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।

तुरंत पीरियड्स लाने के लिए अदरक की चाय कैसे तैयार करें?

कटी हुई अदरक को गर्म पानी के कप में डालें और 5 से 10 मिनट तक छोड़ दें। फिर जालीदार छलनी से इसे छान लें। आप इस चाय को दिन में 2 से 3 बार पी सकते हैं। कटी हुई अदरक की जड़ को 2 या 3 बार और इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन पहले उसमें छोटे-छोटे कट लगाना न भूलें।

क्या अदरक कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद करता है?

अदरक। 2014 में हुए एक शोध में यह पाया गया कि अदरक आपके कुल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम कर सकता है। वहीं, 2008 के एक अध्ययन में यह भी देखा गया कि अदरक एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को घटा सकता है और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है। आप कच्चे अदरक को अपने खाने में शामिल कर सकते हैं, या इसे सप्लीमेंट या पाउडर के रूप में ले सकते हैं।

अदरक किस बीमारी में फायदेमंद है?

कुछ सबूत हैं कि अदरक का उपयोग हृदय रोगों को रोकने में सहायक हो सकता है। 2017 में एक अध्ययन में 4,628 लोगों पर शोध किया गया, जिसमें पाया गया कि नियमित रूप से अदरक का सेवन कोरोनरी हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हाइपरलिपिडिमिया, सेरेब्रोवास्कुलर रोग और फैटी लीवर रोग जैसी पुरानी बीमारियों से बचा सकता है।

अगर मैं हर दिन अदरक का पानी पीता हूं तो क्या असर होगा?

निष्कर्ष: अदरक का उपयोग आपके स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक हो सकता है, और यह कई स्वास्थ्य समस्याओं जैसे सूजन, रक्त शर्करा, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। अदरक का पानी या अदरक की चाय पीना हाइड्रेटेड रहने का एक बेहतरीन तरीका है, जो आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।

अदरक नॉन-वेज है क्या?

अदरक नॉन-वेज है क्या? अदरक की जड़ एक उष्णकटिबंधीय पौधे का मांसल तना है। इसे सब्जी माना जाता है, लेकिन इसे आमतौर पर खाना पकाने और औषधीय उपयोग के लिए मसाले या जड़ी बूटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। फल एक परिपक्व फूल का बीज वाला हिस्सा होता है। पौधे के अन्य हिस्से, जैसे जड़ें, तने और पत्तियाँ, सब्जियाँ मानी जाती हैं।

अदरक कब नहीं खाना चाहिए?

अगर आपको रक्तस्राव से जुड़ी कोई समस्या है या आप एस्पिरिन जैसी रक्त पतला करने वाली दवाएँ ले रहे हैं, तो अदरक का सेवन नहीं करना चाहिए। अदरक में रक्त को पतला करने वाले तत्व होते हैं, जिससे रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है।

खाली पेट कच्चा अदरक खाने के फायदे क्या हैं?

पाचन तंत्र: अदरक को इसके पाचन गुणों के लिए लंबे समय से जाना जाता है। खाली पेट अदरक का रस पीने से पाचन एंजाइमों का स्तर बढ़ सकता है, जिससे दिनभर पाचन में सुधार होता है। यह अपच, सूजन और अन्य पाचन समस्याओं को कम करने में सहायक है।

गैस के लिए अदरक का उपयोग कैसे करें?

अदरक को जीआई ट्रैक पर भोजन की गति बढ़ाने और आंतों की सुरक्षा के लिए जाना जाता है। यह सूजन, ऐंठन और गैस को कम करने में मदद कर सकता है। यदि आपको पेट में समस्या है, तो आप ताजा अदरक को उबाल सकते हैं या थोड़े पिसे हुए अदरक को गर्म पानी में मिला सकते हैं।

गुड़ खाने से क्या बीपी बढ़ता है?

एनीमिया आयरन की कमी से होता है। अगर ब्लड प्रेशर ज्यादा या कम है, तो गुड़ खाना फायदेमंद है। इसमें आयरन होता है, जो ब्लड प्रेशर को संतुलित करता है।

रोजाना अदरक खाने से कौन सी बीमारियाँ ठीक होती हैं?

अदरक में सूजन कम करने, मतली दूर करने और अन्य फायदेमंद गुण होते हैं। यह वजन घटाने, गठिया के लक्षणों को नियंत्रित करने और मासिक धर्म के दर्द को कम करने में सहायक हो सकता है।

पेट की चर्बी घटाने के लिए अदरक का कैसे करें इस्तेमाल?

यहाँ कुछ उपाय हैं, जो पेट की चर्बी कम करने में मददगार हैं: अदरक का पेय: इस आसान डिटॉक्स ड्रिंक को बनाने के लिए, 1 बड़ा चम्मच कद्दूकस किया हुआ अदरक लें और 3 बड़े चम्मच नींबू का रस मिलाएँ। इसे 1 लीटर गर्म पानी में डालें। अच्छे से मिलाएँ और पूरे दिन धीरे-धीरे पिएँ।

क्या बवासीर में अदरक नुकसानदायक है?

हल्दी, अदरक और जीरा जैसे हल्के मसाले पाचन में मदद कर सकते हैं और अगर इन्हें सही मात्रा में लिया जाए तो बवासीर से जुड़ी समस्याओं को कम कर सकते हैं।

अदरक का पानी गर्म है या ठंडा?

अदरक एक गर्म मसाला है और यह गर्मियों में पसीना लाता है। यह हमारे शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है। इसलिए, इसकी मात्रा का ध्यान रखना जरूरी है। गर्मियों में रोजाना 4 ग्राम से ज्यादा अदरक नहीं लेना चाहिए।

अदरक के सेवन से क्या दुष्प्रभाव हो सकते हैं?

इससे सीने में जलन, दस्त, डकार और पेट में हल्की परेशानी हो सकती है। अगर आप रोजाना 5 ग्राम से ज्यादा लेते हैं, तो दुष्प्रभावों का खतरा बढ़ जाता है। त्वचा पर लगाने पर: अदरक का थोड़े समय के लिए उपयोग करना आमतौर पर सुरक्षित है, लेकिन कुछ लोगों को इससे त्वचा में जलन हो सकती है।

Sony Headphones

Sony Headphones

Sony Headphones: Innovation Meets Sound Perfection When it comes to audio technology, Sony has been a name synonymous with quality, …

Read more

Best Gimbals for Phone

Best Gimbals for Phone

Best Gimbals for Phone: Your Ultimate Guide to Smoother Videos In today’s world of social media, vlogging, and content creation, …

Read more

RS3 Gimbal

RS3 Gimbal: Price In India

RS3 Gimbal: Your Ultimate Guide to Smoother Cinematic Shots If you’re into filmmaking, vlogging, or content creation, you’ve probably heard …

Read more

DJI Gimbal

DJI Gimbal: DJI Gimbal for Phone

DJI Gimbal: Revolutionizing Videography with Precision and Creativity In the ever-evolving world of videography, stability is key. Whether you’re a …

Read more

Gimbal Camera

Gimbal: Gimbal Camera

In the fast-paced world of videography and content creation, capturing smooth, professional-looking footage is non-negotiable. Whether you’re a seasoned filmmaker, …

Read more

Lithium Battery for Inverter Lithium Battery

Lithium Battery for Inverter

Lithium Battery for Inverter In today’s fast-paced world, where uninterrupted power supply is essential, inverters have become a vital part …

Read more

Inverter Battery Best Inverter Battery for Home (1)

Which Inverter Battery is Best for Home

Which Inverter Battery is Best for Home 2025 When it comes to keeping your home powered during outages, an inverter …

Read more

Inverter Battery Best Inverter Battery for Home

Inverter Battery: Best Inverter Battery for Home 2025

Best Inverter Battery for Home Let’s face it — power cuts can be super annoying, especially when you’re in the …

Read more

Best Inverter with Battery for Home

Best Inverter with Battery for Home

Best Inverter with Battery for Home Have you ever experienced a sudden power cut right in the middle of an …

Read more

OCD obessive compulsive disorder

OCD Meaning in Hindi: जानिये Obessive Compulsive Disorder के लक्षण क्या हैं?

महामारी के आगाज के साथ, स्वास्थ्य एजेंसियां और सरकारें लोगों को संक्रमण से बचने के लिए हाथ धोने और स्वच्छता …

Read more

Kartik Saini

As a expertise content writer, I specialize in creating engaging blog articles that inform, inspire, and drive results. My expertise lies in [Tech or Health], allowing me to deliver high-quality content that resonates with your target audience.

---Advertisement---

Leave a Comment