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WellHealth Ayurvedic Health How to Build Up Muscles In Hindi

By Kartik Saini

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How to Build Up Muscles In Hindi: आयुर्वेदिक तरीके से मसल्स कैसे बनाएं: वेलहेल्थ गाइड

आज के समय में फिट और हेल्दी शरीर की चाहत हर किसी की होती है। खासकर मजबूत मसल्स (मांसपेशियां) बनाने की ख्वाहिश युवाओं में सबसे ज्यादा देखी जाती है। जिम और आधुनिक सप्लीमेंट्स के इस्तेमाल से मसल्स बनाने का चलन तो बढ़ गया है, लेकिन ये हमेशा सुरक्षित या लंबे समय तक टिकने वाले नहीं होते। आयुर्वेद, जो प्राकृतिक और संतुलित जीवनशैली पर आधारित है, आपको मसल्स बनाने का एक सुरक्षित, प्रभावी और टिकाऊ तरीका प्रदान करता है।

आइए जानें कि आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से मसल्स बनाने का सही तरीका क्या है और इसे अपनी दिनचर्या में कैसे शामिल करें।


आयुर्वेद और मसल्स बिल्डिंग का संबंध

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आयुर्वेद का मुख्य सिद्धांत है शरीर के तीन दोषों (वात, पित्त और कफ) का संतुलन बनाए रखना। मसल्स बनाने में कफ दोष की भूमिका प्रमुख होती है, क्योंकि यह स्थिरता, ताकत और पोषण का प्रतिनिधित्व करता है। आयुर्वेद में मसल्स बिल्डिंग को सिर्फ शारीरिक शक्ति तक सीमित नहीं रखा गया है, बल्कि इसका उद्देश्य शरीर और मन के बीच संतुलन बनाए रखना है।


आयुर्वेदिक तरीके से मसल्स बनाने के लिए टिप्स

1. संतुलित आहार का सेवन करें

आयुर्वेद के अनुसार, मसल्स बनाने के लिए पौष्टिक आहार बेहद जरूरी है। यहां कुछ मुख्य खाद्य पदार्थ दिए गए हैं:

  • प्रोटीन युक्त भोजन: दूध, पनीर, मूंग दाल, मसूर दाल, और सोयाबीन।
  • गुड फैट: देसी घी, नारियल तेल, और बादाम।
  • कार्बोहाइड्रेट: ज्वार, बाजरा, और साबुत अनाज।
  • हरी सब्जियां: पालक, मेथी, और ब्रोकोली।
  • फल: केले, आम, और अंजीर।

डाइट टिप्स:

  • भोजन को हमेशा ताजा और गर्म खाएं।
  • ज्यादा तला-भुना और फास्ट फूड से बचें।
  • भोजन के साथ ज्यादा ठंडा पानी न पिएं।

2. हर्ब्स का उपयोग करें

आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां मसल्स बनाने में बेहद प्रभावी होती हैं। ये न सिर्फ मांसपेशियों को पोषण देती हैं, बल्कि शरीर की ऊर्जा और सहनशक्ति भी बढ़ाती हैं।

हर्ब्सफायदेकैसे उपयोग करें
अश्वगंधामसल्स ग्रोथ को बढ़ावा देती है और तनाव कम करती है।दूध के साथ पाउडर मिलाकर रोज रात को लें।
शतावरीमांसपेशियों को पोषण देती है और ताकत बढ़ाती है।इसे स्मूदी या पानी के साथ लें।
गोक्शुराटेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ाकर मसल्स बनाने में मदद करती है।चाय या काढ़े के रूप में सेवन करें।
विदारीकंदमांसपेशियों की रिकवरी और ऊर्जा बढ़ाने में सहायक।इसे पाउडर के रूप में शहद के साथ लें।

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3. आयुर्वेदिक एक्सरसाइज और योगासन

आयुर्वेद में केवल वेटलिफ्टिंग को ही मसल्स बनाने का तरीका नहीं माना गया है। इसके साथ ही शरीर को लचीला और संतुलित रखने के लिए योग और प्राणायाम का अभ्यास भी महत्वपूर्ण है।

योगासन:

  • भुजंगासन (Cobra Pose): छाती और बाहों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
  • वीरभद्रासन (Warrior Pose): पैरों और कंधों को ताकतवर करता है।
  • त्रिकोणासन (Triangle Pose): शरीर को संतुलित और मजबूत बनाता है।

प्राणायाम:

  • कपालभाति और अनुलोम-विलोम प्राणायाम शरीर को ऊर्जा देते हैं और मसल्स रिकवरी में मदद करते हैं।

आयुर्वेदिक व्यायाम टिप्स:

  • सुबह सूर्योदय के समय एक्सरसाइज करें।
  • एक्सरसाइज के बाद शरीर को ठंडा होने दें और हल्का भोजन करें।

4. अच्छी नींद और रिकवरी

मसल्स बनाने के लिए सिर्फ एक्सरसाइज और डाइट ही नहीं, बल्कि सही नींद और रिकवरी भी बेहद जरूरी है। आयुर्वेद के अनुसार, नींद को “निद्रा” कहा गया है, जो शरीर को पुनर्जीवित करने का काम करती है।

नींद को बेहतर बनाने के तरीके:

  • रात को सोने से पहले अश्वगंधा वाला दूध पिएं।
  • सोने का समय और जागने का समय नियमित रखें।
  • मोबाइल या टीवी का इस्तेमाल सोने से एक घंटे पहले बंद कर दें।

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5. अभ्यंग (तेल मालिश)

मसल्स की ग्रोथ और ताकत बढ़ाने के लिए अभ्यंग, यानी तेल मालिश, आयुर्वेद में अत्यधिक फायदेमंद मानी गई है।

फायदे:

  • मांसपेशियों को पोषण देती है।
  • रक्त संचार को बढ़ाती है।
  • थकान और दर्द को कम करती है।

उपयोग:

  • तिल का तेल या नारियल का तेल हल्का गर्म करें।
  • इसे पूरे शरीर पर लगाएं और हल्के हाथों से मसाज करें।
  • नहाने से पहले रोजाना यह प्रक्रिया अपनाएं।

WellHealth Ayurvedic Health Tips

मसल्स बिल्डिंग के लिए आयुर्वेदिक डाइट चार्ट

समयभोजन
सुबह (6-7 बजे)गुनगुना पानी + नींबू + शहद।
नाश्ता (8-9 बजे)दलिया, दूध, बादाम, और फल।
मिड-मॉर्निंग (11 बजे)नारियल पानी या हर्बल चाय।
लंच (1-2 बजे)दाल, चावल, रोटी, हरी सब्जियां।
शाम का नाश्ता (4 बजे)मूंगफली, गुड़, और छाछ।
रात का खाना (7-8 बजे)हल्का भोजन, खिचड़ी या सूप।
सोने से पहलेअश्वगंधा या हल्दी वाला दूध।

आयुर्वेद न केवल मसल्स बनाने का एक प्राकृतिक और सुरक्षित तरीका है, बल्कि यह आपके पूरे स्वास्थ्य को संतुलित और मजबूत बनाता है। नियमित आहार, योग, हर्ब्स, और एक संतुलित जीवनशैली के जरिए आप न केवल मजबूत मांसपेशियां पा सकते हैं, बल्कि एक स्वस्थ और संतुलित जीवन भी जी सकते हैं।

तो, क्या आप भी आयुर्वेदिक तरीके से मसल्स बनाने की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं? याद रखें, यह एक प्रक्रिया है, और धैर्य और नियमितता के साथ आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।

Kartik Saini

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