Dehradun Accident:
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बीते मंगलवार (12 नवंबर) की रात को हुए एक भयानक सड़क हादसे में 6 दोस्तों की जान ले ली. इस एक्सीडेंट के बाद क्षतिग्रस्त हो गई टोयोटा इनोवा कथित तौर पर एक ट्रक से टकराने से कुछ समय पहले 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बीएमडब्ल्यू के साथ रेस लगा रही थी.
बताया जा रहा है कि पीछा करने के दौरान, एसयूवी में सात लोग सवार थे. जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस का कहना है कि, इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि युवक काफी स्पीड से गाड़ी चला रहे थे.
सूत्रों के अनुसार, सभी की उम्र 25 साल से कम थी. जहां गाड़ी सवार देहरादून के ओएनजीसी चौराहे के पास पहुंचे, लेकिन उन्होंने अपनी स्पीड कम नहीं की. जब ट्रक सड़क पर आया और चौराहे से लगभग गुजर चुका था, तो कार ने उसे पीछे से टक्कर मार दी. हालांकि, इस मामले में पुलिस ने अभी तक पीछा करने के पहलू पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन उन्होंने पुष्टि की है कि दुर्घटना से पहले 500-700 मीटर तक कार को तेज स्पीड से चलते हुए देखा गया था.
एक्सीडेंट से पहले शराब पार्टी का वीडियो सोशल मीडिया में हुआ वायरल
इस बीच सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें पीड़ितों को शराब पीते हुए दिखाया गया है. इस एक्सीडेंट में जीवित बचे एकमात्र शख्स सिद्धेश अग्रवाल (25) ने कथित तौर पर अपनी नई कार का जश्न मनाने के लिए पार्टी आयोजित की थी. उसे शहर के सिनर्जी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसकी हालत काफी गंभीर बताई जा रही है. बताया जा रहा है कि पीड़ित एक निजी कॉलेज के छात्र थे. हालांकि, इस मामले में अभी तक देहरादून पुलिस यह पता नहीं लगा पाई है कि वे कहां जा रहे थे और क्या वे नशे में थे?
जानिए क्या है पूरा मामला?
बताया जा रहा है कि गाड़ी की टक्कर इतनी जोरदार थी कि एसयूवी की छत और दो पीड़ितों के सिर धड़ से अलग हो गए थे. जबकि, अन्य लोग क्षतिग्रस्त कारों के अंदर कुचले हुए पाए गए और कुछ के शव सड़क पर बिखरे पड़े थे. वहीं, पुलिस ने पीड़ितों की पहचान कुणाल कुकरेजा (23), अतुल अग्रवाल (24), ऋषभ जैन (24), नव्या गोयल (23), कामाक्षी (20) और गुनीत (19) के तौर पर की थी. वहीं, ये पांचों देहरादून के रहने वाले थे. जबकि,कुणाल कुकरेजा हिमाचल प्रदेश का रहने वाला था. इस दौरान गाड़ी को काटकर छात्रों के शव और घायलों को बाहर निकाला गया था. बताया जा रहा है कि पीड़ित एक निजी कॉलेज के छात्र हैं.
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