RATAN TATA NET WORTH: 1 वादा जो पूरा किया

Ashif
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RATAN TATA


आज लोगों से सेलिब्रिटीज की बात करें तो उन्हें तीन तरह के सेलिब्रिटीज पता होते है: फिल्म स्टार (Film star), खिलाड़ी (Sportsperson), पॉलिटिशियन (Politician)

लेकिन क्या आपने सेलिब्रिटी बिज़नसमैन के बारे में सुना है सुनने में तो बड़ा अलग लगता है लेकिन श्री रतन टाटा (RATAN TATA) एक अलग ही तरह के बिज़नसमैन है ये अमीरों की लिस्ट में किस नंबर पर आते है ये तो पता नही क्योंकि श्री रतन टाटा की लिस्ट ही अलग है –  हार्ड वर्क , रेस्पेक्ट, आनेस्टी, नेशन-बिल्डिंग

ये शब्द इनसे जुड गये है और यही कारण है की भारत सरकार ने २००९ में इन्हें पद्मा विभूषण से सम्मानित कर चुकी है यही कारण है की देश भर के लाखों युवा श्री रतन टाटा को अपना रोल मॉडल मानते है पुरे हिन्दुस्तान में एक मात्र ऐसे व्यक्ति होंगे जिनके जीरो हेटेर्स होंगे कोई उन्हें नफरत नही करता बहुत कम लोगो को पता होगा की रतन टाटा एक स्किल्ड पायलट भी है

आज आप अपने जीवन के किसी भी हिस्से पर नजर डालें तो आपको टाटा ब्रांड की कोई न कोई चीज जरूर नजर आएगी। जब आप कार से यात्रा करते हैं तो टाटा मोटर्स के नाम पर कई ब्रांड मौजूद होते हैं। अगर आप फ्लाइट से यात्रा करते हैं तो पहले विस्तारा एयरलाइंस और अब एयर इंडिया। अगर आप होटल में रुकते हैं तो ताज होटल, आज आप जो कपड़े पहनते हैं वह टाटा का ब्रांड है, यहां तक कि आप जो आभूषण पहनते हैं वह टाटा का ब्रांड है, यहां तक कि आप जो चाय पीते हैं वह टाटा चाय है, यहां तक कि खाने में इस्तेमाल होने वाला नमक भी टाटा का है। टाटा साल्ट टाटा समूह का है। आज टाटा ग्रुप में 100 से ज्यादा कंपनियां हैं। आज टाटा भारत की सबसे प्रसिद्ध और सबसे सफल कंपनियों में से एक है, लेकिन यह कंपनी रातों-रात नहीं बनी है, इस मुकाम तक पहुंचने में इसे 200 साल लग गए।

RATAN TATA: कंपनी का विस्तार


1822 में गुजरात के एक गाँव में पर्शियन के घर में एक लड़के का जन्म होता है नुसरवानजी टाटा (Nusserwanji Tata)

इनका विवाह कम उम्र में ही हो गया था अपने नये भविष्य की तालाश में अपनी पूरी फैमिली लेकर शहर (मुंबई) में आकर बस गए और यहाँ आकर कॉटन एक्सपोर्ट करने लगे और अपने पुत्र जिसका जन्म 18३९ में हुआ था को अच्छी शिक्षा दिलाई और स्नातक पूरा होने पर इनको अपना बिज़नस बढ़ाने के लिए हांगकांग भेज दिया था और ये बहुत सक्सेस भी हुए अपनी ६५ साल की उम्र में में इन्होने 3 कॉन्टिनेंट (जापान, चाइना, यूरोप, यूनाइटेड स्टेट्स) में काम किया और इंडिया में बहुत कॉटन मिल (नागपुर (पहली), बोम्बे, कुर्ला) भी खोली और इसके साथ ही साथ इंडिया की पहली स्टील फैक्ट्री की constraction शुरू की, और इंडिया का पहला फाइव स्टार होटल (THE TAJ MAHAL PALACE) खोला यह होटल पहला ऐसा होटल था जिसमे बिजली आती थी, वर्ष १९०४ में सर जमशेदजी टाटा का निधन हुआ फिर कंपनी को दोराबजी जी टाटा सँभालते है वर्ष १९१० तक तक टाटा स्टील प्लांट शुरू हो चुका था इसी समय फर्स्ट वर्ल्ड वॉर की शुरुआत हुई थी ब्रिटिश को अच्छी स्टील की जरुरत पड़ती है टाटा स्टील का यूज़ ब्रिटिश टैंक, हथियार , रेलवे ट्रैक बिचाचाने में किया जाता है १९१४ तक टाटा स्टील सबसे बड़ा ब्रांड बन गया था फिर कंपनी को J.R.D. TATA (जहाँगीर रतन टाटा) ने संभाला ये एक पायलट थे जिन्हें फ्लाइंग का बहुत पैशन था जिस वजह से इन्होने इंडिया की पहली एयर लाइन टाटा एयर लाइन की स्थापना की जिसे बाद में एयर इंडिया नाम से जाने जाना लगा

RATAN TATA: बिज़नस में रतन टाटा की शानदार एंट्री


1969 में, भारत सरकार ने मोनोपोलियस और रेस्ट्रिकेटिव ट्रेड प्रैक्टिसेज एक्ट पारित किया। इसका सबसे बड़ा असर टाटा ग्रुप पर पड़ा मूलतः सरकार का उद्देश्य यह था कि कोई भी कंपनी इतनी बड़ी न हो जाये कि हर चीज़ में उसका एकाधिकार हो जाये। उनका इलेक्ट्रॉनिक्स व्यवसाय NELCO था जो रेडियो बनाता था। इसका शेयर प्रतिशत घटकर 2% रह गया था, जो एक समय 20% हुआ करता था। नेल्को के लिए ट्रैक पर लेन लाने के लिए जमशेदजी टाटा के पोते को बुलाया गया, जो रतन टाटा थे। उन्होंने रेडियो बनाना बंद कर दिया और SETELIGHT संचार पर व्यवसाय शुरू किया, जिससे नेल्को के शेयर प्रतिशत 20% हो गई थी यही से शुरुआत होती है रतन टाटा सर कि-

RATAN TATA: निजी जीवन


रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था। जब रतन टाटा 10 साल के थे, तब उनकी मां (SOONI TATA) और पिता (NAVAL TATA) का तलाक हो गया था, यानी बचपन की शुरुआत से ही भगवान ने उनकी और उनके भाई की परीक्षा लेनी शुरू कर दी थी। इनका पालन-पोषण दादी नवाजबाई टाटा ने किया

वह मुंबई के ताज पैलेस में रहते थे। रतन टाटा एक शर्मीले स्वभाव के व्यक्ति हैं, वे समाज की झूठी चमक-दमक में विश्वास नहीं करते थे, वे कार की बजाय पैदल स्कूल जाना भी पसंद करते थे।

वह 1955 से 1962 तक अमेरिका में रहे। यहां उन्होंने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर की डिग्री हासिल की। अमेरिका में काम करने के दौरान उनका इरादा शादी करके घर बसाने का था, लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था। उनकी दादी ने उन्हें वापस भारत बुला लिया और यहां आकर टाटा समूह में शामिल हो गये। टाटा समूह से जुड़े और वर्ष 1991 में टाटा समूह के अध्यक्ष बने। और 2012 में रिटायर हो गये इन 21 वर्षों में रतन टाटा ने कंपनी को शिखर पर पंहुचा दिया कंपनी की वैल्यू ५० गुना बढ़ा दिया उनके द्वारा लिये गये सारे फैसले सही साबित होते गये

टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहते हुए उन्होंने बड़ी-बड़ी कंपनी जैसे – Corus, Tetley, Land Rover, Jaguar टेकओवर किया

RATAN TATA: शादी क्यों नही की ?


वह अमेरिका में एक लड़की से शादी करने वाले थे लेकिन तभी उन्हें अपनी बीमार दादी से मिलने के लिए भारत आना पड़ा। वो दादी जिन्होंने बचपन में रतन टाटा को पाला-पोषा था, वो दादी जो उनके दिल के बेहद करीब थीं. रतन टाटा भारत लौट रहे थे. लड़की से कहा कि चलो भारत चलते हैं और वहीं शादी कर लेंगे लेकिन लड़की के घरवाले नहीं माने क्योंकि उस समय भारत और चीन के साथ युद्ध चल रहा था और बाद में पता चला कि लड़की ने उसी लड़के से शादी कर ली है. रतन टाटा बताते हैं कि उन्हें चार बार प्यार हुआ। हर बार ऐसा होता था कि उनकी शादी होने ही वाली थी लेकिन किसी न किसी वजह से वह कदम पीछे खींच लेते थे।

RATAN TATA: पुरस्कार और मान्यता


26 जनवरी 2000 को भारत के 50वें गणतंत्र दिवस समारोह में रतन टाटा को भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण (Padma Bhushan) से सम्मानित किया गया। उन्हें 26 जनवरी 2008 को भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान, पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) से सम्मानित किया गया था। वह NASSCOM ग्लोबल लीडरशिप अवार्ड-2008 के प्राप्तकर्ताओं में से एक थे। यह पुरस्कार उन्हें 14 फरवरी 2008 को मुंबई में एक समारोह में दिया गया। रतन टाटा को 2007 में टाटा परिवार की ओर से परोपकार के लिए कार्नेगी मेडल मिला।

  • 26 जनवरी 2000 = पद्म भूषण (Padma Bhushan)
  • 26 जनवरी 2008 = पद्म विभूषण (Padma Vibhushan)
  • 2008 = NASSCOM Global Leadership Award

रतन टाटा भारत में विभिन्न संगठनों में वरिष्ठ पदों पर कार्यरत हैं और वे प्रधानमंत्री की व्यापार एवं उद्योग परिषद के सदस्य हैं। मार्च २००६ में टाटा को कॉर्नेल विश्वविद्यालय (Cornell University) द्वारा 26वें रॉबर्ट एस (Robert S.) सम्मान से सम्मानित किया गया। आर्थिक शिक्षा में हैटफील्ड रत्न सदस्य (Hatfield Gems Member), वह सर्वोच्च सम्मान जो विश्वविद्यालय कंपनी क्षेत्र में प्रतिष्ठित व्यक्तियों को प्रदान करती है।

रतन टाटा के विदेशी संबंधों में Mitsubishi Corporation, American International Group, JP Morgan Chase और Booz Allen Hamilton के अंतरराष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड की सदस्यता शामिल है। वे RAND Corporation और alma mater : कॉर्नेल विश्वविद्यालय (Cornell University) और दक्षिणी कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय (University of Southern California) के न्यासी मंडल के भी सदस्य हैं।

वह दक्षिण अफ्रीका गणराज्य की International Investment Council और New York Stock Exchange की Asia-Pacific Advisory Committee के सदस्य हैं। टाटा एशिया प्रशांत नीति के लिए रैंड सेंटर के सलाहकार बोर्ड, ईस्ट-वेस्ट सेंटर के गवर्नर्स बोर्ड में कार्य करता है, और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के भारत एड्स पहल के कार्यक्रम बोर्ड में कार्य करता है। फरवरी 2004 में, रतन टाटा को चीन के झेजियांग प्रांत के हांगझू शहर में मानद आर्थिक सलाहकार की उपाधि से सम्मानित किया गया।

London School of Economics से मानद डॉक्टरेट की उपाधि हासिल हुई और नवम्बर 2007 में फॉर्च्यून पत्रिका ने उन्हें व्यापर क्षेत्र के 25 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया। मई 2008 में टाटा को टाइम पत्रिका की 2008 की विश्व के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया गया था

RATAN TATA: एक वादा जो पूरा किया


2008 में दुनिया की सबसे से सस्ती कार TATA NANO को बाजार में पेश कर दिया  जिसकी कीमत मात्र 1 लाख थी इसके पीछे भी एक कहानी थी-

रतन टाटा ने बताया कि एक बार मुंबई में तेज बारिश के दौरान उन्होने देखा कि 4 लोगों की फैमिली एक ही बाइक पर सवार है । तब उन लोगों को इस तरह से स्ट्रगल करते देख उन्होने सोचा कि उन्हें ऐसे लोगों के लिए कुछ करना चाहिए जो बारिश में भीगने को मजबूर होते हैं और अपनी जिंदगी को खतरे में डालते हैं । बस उसी पल उन्होने एक लाख रूपए कीमत में छोटी फैमिली कार बनाने का पैसला किया था।

Nano प्रोडक्ट नहीं एक वादा था –

इस बारे में आगे बात करते हुए उन्होने बताया कि नैनो उनके लिए एक वादा था जो उन्होने लोगों से किया था यही वजह थी कि लॉन्चिंग के वक्त प्रोडक्शन कॉस्ट ज्यादा होने के बावजूद उन्होने कार को पुरानी कीमत पर लॉन्च कर अपना वादा पूरा किया।

RATAN TATA: NET WORTH


IIFL Wealth Hurun India Rich List 2022 के अनुसार रतन टाटा की net worth 3,800 करोड़ रुपये है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, वह विश्व के 421वें सबसे अमीर शख्स हैं. रतन टाटा अपनी कमाई का 66 फीसदी हिस्सा दान (Donates) कर देते हैं. वह अपनी आय (Income) का एक बड़ा हिस्सा Tata Trust को दान करते हैं, जो टाटा संस द्वारा संचालित एक चैरिटेबल ट्रस्ट है।

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