Kanpur News: मदरसे में मानव कंकाल मिलने से अफरा-तफरी मच गई है। पुलिस इस मामले की जांच में लगी हुई है। मदरसा संचालक की 2022 में कैंसर के कारण मृत्यु हो चुकी है।
जाजमऊ के पोखरपुर फार्म रोड पर चार साल से बंद पड़े मदरसे में बुधवार को एक कंकाल मिला। सूचना मिलने पर फॉरेंसिक टीम के साथ पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और डीएनए सैंपल भी लिया जाएगा।
कानपुर नई सड़क के निवासी परवेज अख्तर ने 2015 में मदरसा कदरिया उलूम की स्थापना की थी। इस मदरसे में आस-पास के प्राइमरी स्तर के लगभग 70 से 80 बच्चे शिक्षा प्राप्त करते थे। परवेज ने बेकनगंज के अपने ससुर शब्बीर अहमद से 100 वर्गगज में बने दो मंजिला मकान को लेकर इसे कदरिया उलूम नाम दिया और संचालन शुरू किया। लगभग चार साल पहले कोरोना महामारी के दौरान मदरसे का संचालन बंद कर दिया गया था। इसके बाद, परवेज का जून 2022 में कैंसर के कारण निधन हो गया।
हमजा, परवेज के बेटे, ने बताया कि दो साल पहले भी उनके मकान का ताला टूटा था। उस समय उन्होंने दूसरा ताला लगा दिया था। हमजा के अनुसार, उनके ममरे भाई अनस जब सड़क से गुजर रहे थे, तो उन्होंने देखा कि मकान का ताला टूटा हुआ है। वह आसपास के लोगों के साथ मकान के अंदर गए और पीछे के कमरे में एक बच्चे का कंकाल देखकर पुलिस को सूचना दी। बच्चे के कंकाल मिलने की खबर पर एडिशनल डीसीपी राजेश श्रीवास्तव और एसीपी कैंट अजय मिश्रा फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल कर साक्ष्य इकट्ठा किए।
Kanpur News : चार साल से मदरसा बंद था, फिर 20 मई 2023 को किसने पढ़ाई की?
जाजमऊ में मदरसे की इमारत के बाहर एक लोहे का गेट है। अंदर जाने से पहले एक लोहे का चैनल है। इसके भीतर एक तरफ पहले मंजिल पर जाने के लिए सीढ़ी बनी हुई है। वहीं दूसरी तरफ एक क्लासरूम है, जिसमें धूल से भरी कुछ कुर्सियाँ और बेंचें पड़ी हुई हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि ब्लैक बोर्ड पर कक्षा के काम में 20/05/2022 की तारीख लिखी गई है, जबकि परिवार और रिश्तेदारों का कहना है कि कोरोना के समय से पढ़ाई बंद है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि उस दिन कौन पढ़ाई कर रहा था। जाँच में जुटी है पुलिस
Kanpur News : किचन के सामने स्थित कमरे में एक कंकाल पाया गया
मदरसे के क्लास रूम के पीछे एक रसोई है। इसके सामने एक छोटा कमरा है, जिसमें एक बच्चे का कंकाल पाया गया है। इस छोटे कमरे में एक खिड़की भी है। इसके अलावा, मदरसे के पीछे खुले मैदान की ओर एक दरवाजा है, लेकिन यह अंदर से ताला लगा हुआ है।
Kanpur News : अक्सर बदबू आती है, इसलिए कोई संदेह नहीं हुआ
विजय सिंह मदरसे के पास रहते हैं। उन्होंने बताया कि सामने एक जंगल है, जहां लोग मरे जानवर और बोरी आदि फेंक देते हैं। इसी कारण से घरों में बदबू रहती है। यही वजह है कि पड़ोसी के मकान में शव की दुर्गंध का पता नहीं चला। कंकाल के शरीर पर एक हाफ पैंट थी जो खुली पड़ी थी, और ऊपर के कपड़े भी चढ़े हुए थे।
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