Chhattisgarh News : स्कूल के प्रिंसिपल, लेक्चरर, हेडमास्टर और डिप्टी रेंजर ने एक 11वीं कक्षा की छात्रा के साथ गैंगरेप किया। इसके अलावा, इन दरिंदों ने पीड़ित लड़की का एक अश्लील वीडियो भी बनाया और उसे ब्लैकमेल करके फिर से ऐसी क्रूरता की।
पुलिस ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की और आरोपियों को पकड़कर जेल भेज दिया।
आरोपियों को पकड़कर जेल भेज दिया
छत्तीसगढ़ के एमसीबी जिले से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है, जहां कुछ लोगों ने शिक्षक जैसे सम्मानित पेशे को कलंकित कर दिया है। यहां के स्कूल के प्रिंसिपल, लेक्चरर, हेडमास्टर और डिप्टी रेंजर ने एक 11वीं कक्षा की छात्रा के साथ गैंगरेप किया। इसके अलावा, इन दरिंदों ने पीड़ित बच्ची का एक अश्लील वीडियो भी बनाया और उसे ब्लैकमेल करके फिर से ऐसी क्रूरता की। इस मामले में पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की और आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
बहाने से छात्रा को अपने घर ले गए।
जानकारी के अनुसार, यह पूरा मामला छत्तीसगढ़ के एमसीबी जिले के जनकपुर थाना क्षेत्र का है। यह घटना 15 नवंबर को हुई थी। बताया जा रहा है कि एक नाबालिग लड़की पास की दुकान पर फोटो कॉपी कराने गई थी। वहीं, उसे 48 वर्षीय आरोपी स्कूल के हेडमास्टर रावेन्द्र कुशवाहा मिले। आरोपी ने उसे पढ़ाई के बहाने अपने साथ ले जाने का प्रयास किया और कहा कि वह उसे अच्छे से मार्गदर्शन करेगा। इसके बाद, आरोपी ने उसे अपनी कार में बैठाकर 50 वर्षीय लेक्चरर कुशल सिंह परिहार के घर ले गया और फिर देवगढ़ हायर सेकेंडरी स्कूल के 55 वर्षीय प्रभारी प्रिंसिपल अशोक कुशवाहा को भी बुला लिया। कुछ ही समय बाद, वहां डिप्टी रेंजर भी पहुंच गया और फिर इन चारों ने मिलकर मासूम के साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया।
छात्रा का अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया गया।
जानकारी के अनुसार, आरोपियों ने छात्रा के गैंगरेप के दौरान पीड़िता का एक वीडियो रिकॉर्ड किया था। इसके बाद, उन्होंने उसे वीडियो को सार्वजनिक करने की धमकी दी और 22 नवंबर की शाम को फिर से पीड़िता (छात्रा) के साथ गैंगरेप किया। बताया गया है कि इस घटना के समय पीड़िता पास की दुकान से सामान लेने जा रही थी, तभी कुशल सिंह परिहार ने उसे रास्ते में रोका, धमकी देकर अपनी बाइक पर बैठाया और डिप्टी रेंजर बनवारी सिंह के घर ले गया, जहां उसे ब्लैकमेल करके फिर से गैंगरेप का शिकार बनाया गया।
आरोपियों को पद से निलंबित किया गया। Chhattisgarh News
पीड़िता दो बार गैंगरेप का शिकार होने के बाद बहुत डरी हुई थी। उसने कुछ दिनों तक इस बारे में किसी से बात नहीं की और चुपचाप रहने लगी। जब उसकी मां ने उससे बातचीत करने की कोशिश की, तो उसने अपनी पूरी कहानी सुनाई, जिससे उसकी मां को बड़ा सदमा लगा। इसके बाद, 26 नवंबर को पीड़िता अपनी मां के साथ जनकपुर थाने गई और चारों आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया। जिले के एसपी चंद्रमोहन सिंह ने तुरंत इस मामले का संज्ञान लिया और थाना अधिकारी को आरोपियों को पकड़ने के आदेश दिए। जनकपुर थाना प्रभारी दीपेश सैनी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए चारों आरोपियों को जल्दी ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं, घटना की जानकारी मिलने पर विभाग ने चारों आरोपियों को नौकरी से निलंबित कर दिया। Chhattisgarh News
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